मुज़फ्फरनगर जेल एक बार फिर से जबरदस्त चर्चा में आ गयी है, इस बार मुज़फ्फरनगर जेल देश की नंबर वन जेल बन गई है जो रिश्वत मुक्त जेल के खिताब से नवाजी गयी है, यह वाकई मे बहुत बड़ी उपलब्धि कही जा सकती है जो जेल बदनाम और कुख्यात रहती थी वह आज इतनी विख्यात हो चुकी है कि देशभर में चर्चा का विषय बन गई, बडा़ खिताब आज इसको मुज़फ्फरनगर जिलाधिकारी की गरिमामयी उपस्थित में मिला।ISO 37001:2016 एंटी ब्राईबरी मैनेजमेंट सिस्टम प्रमाणन से जिला कारागार मुजफ्फरनगर को नवाजा गया।आज मुजफ्फरनगर में मीडिया के समक्ष रूबरू होते हुए जिलाधिकारी अरविंद मल्लप्पा बंगारी द्वारा जानकारी देते हुए बताया गया कि यह रिश्वतखोरी के विरुद्ध एक अंतर्राष्ट्रीय मानक है और भारत में पहली बार किसी कारागार को इस प्रमाणन से नवाजा जा रहा है, यह मुजफ्फरनगर जनपद और कारागार के लिए गौरव की बात तो है ही वहीं सरकार के लिए भी बड़ी उपलब्धि है कि मुजफ्फरनगर जेल को आज इस प्रमाणन से सुशोभित किया गया. इस अवसर पर श्री धीरेन्द्र शुक्ल, प्रतिनिधि ISO ने कहा कि ISO 37001:2016 एंटी ब्राईबरी रिश्वतखोरी के विरुद्ध नया अंतर्राष्ट्रीय मानक है जिसे संगठनों को रिश्वत विरोधी प्रबंधन प्रणाली लागू करने में मदद करने के लिए डिजाइन किया गया है, यह उन उपायों की श्रृंखला निर्दिष्ट करता है जिन्हें आपका संगठन रिश्वतखोरी को रोकने, पता लगाने और संबोधित करने में मदद के लिए लागू कर सकता है, ISO 37001:2016 का उपयोग किसी भी संगठन द्वारा किया जा सकता है चाहे वह बड़ा हो या छोटा, चाहे वह सार्वजनिक, निजी या स्वैच्छिक क्षेत्र में हो और किसी भी देश में हो। एप्पल, माइक्रोसॉफ्ट और सीमेंस कंपनी सहित क्ई उच्च प्रोफाइल कंपनियों ने नैतिक व्यवसायिक सुधारो और पारदर्शिता के प्रति अपनी प्रतिबद्धता प्रदर्शित करने के लिए हर ISO 37001:2016 प्रमाणन प्राप्त किया है, रिश्वतखोरों के खिलाफ यह एक वैश्विक मानक है, ISO 37001:2016 एबीएमएस प्रमाणन दुनिया भर में रिश्वत विरोधी प्रबंधन प्रणालियों के लिए तेजी से स्वर्ण मानक बन रहा है, बहुत खुशी और गौरव की बात है कि मुज़फ्फरनगर जेल ने समूचे भारत में पहली बार यह उपलब्धि हासिल की है, इस अवसर पर मुजफ्फरनगर के जिलाधिकारी अरविंद मलप्पा बंगारी ने जेल अधीक्षक सीताराम शर्मा सहित समस्त कारागार परिवार को शुभकामनाएं संप्रेषित की और आशा जताई कि इस प्रकार के सराहनीय कार्य निरंतर होते रहेंगे और एक पारदर्शी व्यवस्था में बड़ा सहयोग इसी प्रकार बना रहेगा, मुज़फ्फरनगर जेल ने पहले भी इस प्रकार के सराहनीय प्रमाणन हासिल किये है जो इस बात का प्रतीक है कि बंदी सुधार गृह की संकल्पना पूरी हो रही है, इस अवसर पर जेल अधीक्षक सीताराम शर्मा ने कहा कि यह प्रमाण पत्र कारागार प्रशासन के नैतिक मूल्य, पारदर्शी व्यवस्था तथा रिश्वतखोरी एवं भ्रष्टाचार रोधी कार्यप्रणाली को प्रतिबिंबित करता है, मुजफ्फरनगर जेल समय-समय पर बेहतर कार्यों को करती आई है और भविष्य में भी इसी प्रकार कार्य करती रहेगी, यह मुजफ्फरनगर जेल के लिए बड़े गौरव की बात है कि पूरे देश में यह प्रमाणन केवल मुजफ्फरनगर जिला कारागार को अभी तक प्राप्त हुआ है, इस अवसर पर जिलाधिकारी मुजफ्फरनगर अरविन्द मलप्पा बंगारी एवं जेल अधीक्षक सीताराम शर्मा को सामाजिक संगठनों द्वारा देश की पहली प्रमाणन प्राप्त वाली जेल बनने पर पुष्प एवं गुलदस्ता देकर सम्मानित किया गया और आशा जताई गई कि जिला कारागार मुजफ्फरनगर निरंतर इसी प्रकार प्रगति पथ पर आगे बढ़ते हुए अपने मिशन को अंजाम देती रहेगी।