Wednesday, March 20, 2024

गोल्ड लोन कंपनी की पीड़ित महिला कर्मचारी को नहीं मिल रहा इंसाफ।


मुजफ्फरनगर। पीड़ित महिला अंजलि ने प्रेस कांफ्रेंस के माध्यम से मीडिया कर्मियों को जानकारी देते हुए बताया कि मैं अंजलि पत्नी मनित कुमार निवासी ग्राम पिन्ना, ब्लॉक बघरा, जिला मुजफ्फरनगर की निवासी है। मुथूट फिनकॉर्प कम्पनी लिमिटेड कोर्ट संड सिविल लाईन, ग्राउण्ड फ्लोर शॉप नं० 172/173 मुजफ्फरनगर में ग्राहक सेवा कार्यकारी की पोस्ट पर कार्यरत थी मैंने कम्पनी में दिनांक 20.12.2021 से 30.10.2023 तक लगातार कार्य किया। इस कम्पनी के क्षेत्र प्रबन्धक जितेश शर्मा, प्रादेशिक प्रबन्धक नेहल अब्बापस तथा शाखा प्रबन्धक रविकान्त शर्मा मेरे ऊपर गलत नियत रखते थे। बदनियती रखते हुए कई बार अभद्रता की और इन सबकी बात ना मानने पर मेरे ऊपर नौकरी छोडने का दबाव बनाया। मैने इस विषय में कई बार उच्च अधिकारियों को मौखिक रूप से भी अवगत कराया। इसी सस्था में पूर्व शाखा प्रबन्धक ने मेरे साथ अनैतिक कार्य के लिए दबाव बनाते थे और बात ना मानने पर मेरे ऊपर झूठा आरोप लगवा कर नौकरी से निकलवाने की बात करते थे जिसकी शिकायत उस समय पर मेरे द्वारा लिखित में उच्चाधिकारियों को की गई जिस पर शक्स्यो को देखत हुए उक्त मैनेजर को नौकरी से निष्कासित कर दिया था। तत्कालीन क्षेत्रीय प्रबन्धक जितेश शर्मा भी मुझसे लगातार उसी प्रकार अभद्रता करते रहे तथा कहते रहे पूर्व में तुमने पूर्व के मैनेजर की शिकायत कर निष्कासित कर दिया था लेकिन तुम्हे मेरी बात माननी होगी अन्यथा मै आप पर धोखाधड़ी का आरोप लगाकर संस्था से बाहर निकलवा दूंगा और से पहले मैनेजर की तरह अपने खिलाफ कोई सबूत नहीं छोडूंगा। जितेश शर्मा के लगातार अनैतिक कार्यों के दबाव के चलते में मानसिक रूप से स्वयं की बीमार महसूस कर रही हूँ और जिसके चलते पिछले दो माह से मैं सरकारी अस्पताल में अपना उपचार करवा रही हूँ। मेरे द्वारा पूर्व में भी कई बार उक्त शिकायत की गई। उक्त संस्था के पदाधिकारियों द्वारा लगातार मेरा उत्पीडन जारी है ऐसी स्थिति में मेरे साथ कोई घटना घटती के उसकी पूर्ण जिम्मेदारी उक्त लोगों की होगी। मेने इस कम्पनी में 01.09.2023 को इस्तीफा दिया और अपनी दो महीने की नोटिस अवधि समाप्त की जो 30.10.2023 को समाप्त हुई उसके उपरान्त भी मुझे मेरा बकाया वेतन और मुथूट फिनकॉर्प कम्पनी लिमिटेड कोर्ट रोड सिविल लाईन, ग्राउण्ड फ्लोर शॉप नं० 172/173 मुजफ्फरनगर के कार्यालय में जाकर अपने राहत पत्र की मांग करती रही हूँ, जिसके कारण मेरे साथ अभद्र व्यवहार किया जाता है और मुझे मानसिक रूप से प्रताडित किया जा रहा है में अपनी तरफ से पूरी कोशिश कर चुकी हूँ, और उपरोक्त संस्था में प्रार्थीया जब भी जाकर अपनों समस्या बताती है तो उक्त स्टाफा के लोग मेरे साथ अभद्र व्यवहार करते है। मुथूट फिनक्रोप के ब्रांच मैनेजर से जब संपर्क किया गया तो वह ब्रांच पर उपलब्ध नहीं थे।