Thursday, February 1, 2024

पूर्व प्रधानमंत्री किसान मसीहा चै. चरण सिंह को भारत रत्न देने की मांग को लेकर भारत के राष्ट्रपति को सम्बोधित एक पत्र जिलाधिकारी को दिया।

मुजफ्फरनगर। जनपद जाट महासभा मुजफ्फरनगर ने पूर्व प्रधानमंत्री किसान मसीहा चै. चरण सिंह को भारत रत्न देने की मांग को लेकर भारत के राष्ट्रपति को सम्बोधित एक पत्र जिलाधिकारी को दिया। ज्ञापन में कहा गया है कि किसान मसीहा चै. चरण सिंह ने सम्पूर्ण जीवन भारतीयता और ग्रामीण परिवेश की मर्यादा में जीया। आजादी के दीवाने चरण सिंह ने गाजियाबाद की सीमा में बहने वाली हिंडन नदी पर नमक बनाया। जिसके फलस्वरूप उन्हे अंगे्रज सरकार ने छह माह की जेल की सजा दी। चै. चरण सिहं आजादी की लड़ाई के साथ-साथ सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ भी संकल्पित थे। दृढ इच्छा शक्ति के धनी चै. चरण सिंह ने प्रदेश के 27 हजार पटवारियेां के त्याग पत्र को स्वीकार कर लेखपाल पद पर नई भर्ती की तथा किसानों केा पटवारी आतंक से मुक्ति दिलाई। उन्होंने गरीब किसानों के हक में सस्ती खाद, बीज आदि के संबंध के लिए अनेक कृषि संस्थानों की स्थापना की। वित्त मंत्री तथा उपप्रधानमंत्री के रूप में उन्होंने मंडल आयोग, अल्पसंख्यक आयोग की स्थापना की। उन्होंने ग्रामीण विकास बैंक नाबार्ड की स्थापना की। जिससे किसानों केा लाभ पहुंचा। ऐसी सादगी के प्रतिमूर्ति किसान पुत्र चै. चरण सिंह की ईमानदारी ने उनके भीतर निर्भिकता केा जन्म दिया तथा उन्होंने किसान मसीहा के रूप में अपने आप को प्रतिस्थापित किया। किसानों की भलाई के लिए जीवन पर्यन्त कार्य करने वाले ऐसे किसान पुत्र को भारत रत्न दिया जाये। इस दौरान जनपद जाट महासभा के अध्यक्ष जगदीश बालियान, महासचिव संतोष कुमार, हरेंद्र सिंह सिरोही, अनिल चैधरी मुन्नू, देशपाल सिंह, युद्धवीर सिंह, कृष्णपाल सिंह, हरपाल सिंह, नूर हसन, पवन कुमार वर्मा, भोपाल सिंह, रणधीर सिंह, प्रदीप कुमार, मनोज कुमार, देवेंद्र तोमर, ओमपाल देवेन्द्र सिह अहलावत, श्याम पाल चैयरमैन, डॉक्टर जीत सिंह, नरेंद्र सिंह प्रमुख, धर्मवीर सिंह मलिक, देवेन्द्र  सहित काफी संख्या में जाट महासभा के पदाधिकारी मौजूद रहे।