भारतीय अति पिछड़ा वर्ग संघर्ष मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष मोहन प्रजापति ने हाल ही में पाँच राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव में तीन राज्य में हुई भाजपा की जीत पर भाजपा नृतत्व को बधाई देते हुए कहा है कि भाजपा की यह जीत अति पिछड़ा वर्ग की वजह से हुई है लेकिन सम्मान के नाम पर अति पिछड़ो के हाथ लगी सिर्फ निराशा ओर जब मुख्यमंत्री बनाने की बारी आई तो भाजपा को अति पिछड़े वर्ग का कोई चेहरा मुख्यमंत्री या उपमुख्यमंत्री के लिये नही मिला जिसकी वजह से अति पिछड़ा वर्ग में रोष है उन्होंने कहा है कि राजस्थान व मध्यप्रदेश में अति पिछड़ा वर्ग की आबादी 56 प्रतिशत से अधिक है जिसकी वजह से भाजपा सत्ता में आती है लेकिन जब सम्मान की बारी आती है तो अति पिछड़ा वर्ग को भुला दिया जाता है वही राजस्थान में ब्राह्मण राजपूत व अनुसूचित जाति को सम्मान दिया लेकिन पाल प्रजापति सैनी कशयप विश्वकर्मा सहित जाट तक को राजस्थान जैसे राज्य में भुला कर पिछड़ो अति पिछड़ो को नकार दिया गया ओर राज्यो की जनता पर मुख्यमंत्री के रूप में जबर्दस्ती अनजाने चहरे थोप दिए गए जिसका खामियाजा भाजपा को आगामी लोकसभा चुनाव में भुगतना पड़ेगा।