Tuesday, August 1, 2023

योग के माध्यम से होता है मनुष्य का सर्वांगीण विकास - विनयश्रीवास्तव

उत्तर प्रदेश संस्कृत संस्थान, लखनऊ के द्वारा संचालित  त्रैमासिक निःशुल्क योग कक्षाओं के अन्तर्गत प्रदेश के सभी जनपदों में त्रैमासिक निःशुल्क योग केंद्रों का  सामूहिक उद्घाटन गूगलमीट के माध्यम से  हुआ। उसी क्रम में मुजफ्फरनगर.जनपद में भी .ग्रीन लैण्ड माडर्न जूनियर हाई स्कूल मुजफ्फरनगर.केन्द्र में शैलेंद्र कुमार त्यागी (पी0इ0एस0)प्रधानाचार्य. राजकीय इंटर कॉलेज मुजफ्फरनगर/जिला विद्यालय निरीक्षक मुजफ्फरनगर.सान्निध्य में योग कक्षा का उद्घाटन हुआ। इस केन्द्र के प्रशिक्षक योगाचार्य सुरेन्द्र पाल सिंह आर्य हैं। सत्र के अध्यक्ष संस्थान के निदेशक विनय श्रीवास्तव ने सभी केंद्रों को सम्बोधित करते हुए कहा कि प्रतिदिन योग करने से मनुष्य का सर्वांगीण विकास होता है। इससे पूर्व भी संस्थान के द्वारा अत्यन्त सफलता पूर्वक योग शिविर चलाए गए जिसमें प्रशिक्षक गण तथा शिक्षक का अभूतपूर्व योगदान रहा। सभी साधुवाद के पात्र हैं। हमारी इस योग विद्या को वर्त्तमान में विदेश से भी अनेक लोग भारत आकर सीख रहे हैं एवं लाभ भी प्राप्त कर रहे हैं। हमें योग करते हुए आत्म गौरव की अनुभूति होनी चाहिए। इस योजना से मान्य मुख्यमंत्री योगी जी तथा भाषाविभाग के अपर मुख्य सचिव श्री जितेंद्र कुमार जी का विशेष जुडाव है। योग प्रशिक्षण के साथ आप सभी योग प्रशिक्षकों के द्वारा इस वर्ष जो वृक्षारोपण का कार्य किया गया वह भी प्रशंसनीय हैं। योजना समन्वयक दिव्यरंजन जी ने सभी का स्वागत किया एवं बताया कि इस सत्र में राज्य के भिन्न-भिन्न जनपदों में मिलाकर कुल 67 योग कक्षाएँ प्रारम्भ हो रही हैं जिसके लिए लगभग 2200 छात्रों ने पंजीकरण किया है। सभी शिक्षकों तथा केन्द्रों प्रमुखों तथा प्रशिक्षण गण का आभार व्यक्त करते हुए सफल केन्द्रों के संचालन हेतु शुभकामनाएँ प्रदान की। प्रशासनिक अधिकारी डॉ. जगदानन्द झा जी ने सभी को सम्बोधित किया एवं कहा कि आप सभी के सहयोग से यह अखिल प्रदेश व्यापी योजना का यह चक्र निर्विघ्न सम्पन्न होगा। सभी को शुभकामनाएं एवं धन्यवाद। इस कार्यक्रम में योग प्रशिक्षक राहुल भारती तथा प्रशिक्षिका किरण गुप्ता ने अपने विगत सत्रों व योग का अनुभव सबके साथ साझा किया। इसी क्रम में संस्थान के पदाधिकारी प्रशासनिकाधिकारी डॉ.दिनेशमिश्र,  डॉ.चन्द्रकला शाक्या, भगवान सिंह चौहान, पूनम मिश्रा, इत्यादि ने अपने विचार व्यक्त किये। इस योजना के सर्वेक्षक श्री महेन्द्र कुमार पाठक जी ने अन्त में सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया एवं सुचारु रूप से कक्षाओं के संचालन के लिए आह्वान किया। ऑनलाइन कार्यक्रम का संचालन प्रशिक्षक आशीष शर्मा के साथ आभासीय पटल की व्यवस्थापना डॉ. स्तुति गोस्वामी ने किया। प्रशिक्षिक डॉ. राजकुमार मिश्र ने मंगलाचरण किया, शिक्षिका निधि गोस्वामी संस्थान गीतिका गायी। कार्यालय से शिवम गुप्ता ने कार्यालयीय प्रपत्रीय व्यवहार के विषय में जानकारी प्रदान की। प्रशिक्षण समन्वयक धीरज मैठानी, समन्वयिका राधा शर्मा ने कक्षाओं का निर्धारित पाठ्यक्रम, नियम तथा व्यवस्थापन आदि के विषय में सभी प्रशिक्षकों को निर्देश दिया। इस कार्यक्रम में संस्थान के सभी योग प्रशिक्षक, संस्कृत कक्षाओं के प्रशिक्षक एवं सभी अधिकारी गण उपस्थित रहे। ग्रीनलैंड मॉडर्न जूनियर हाई स्कूल मुजफ्फरनगर में मुख्य अतिथि शैलेंद्र कुमार त्यागी ने कहा कि योग से व्यक्ति को आत्मज्ञान होता है। योग से कार्य करने में दक्षता प्राप्त होती है। योग भारतीय संस्कृति की अमूल्य देन है। मात्र आसन प्राणायाम कर लेना योग नहीं है। यम नियम अष्टांग योग के आधारभूत अंग है इनको जीवन में जरूर धारण करना चाहिए । इस अवसर पर सभी योग प्रशिक्षणार्थी सुरभिसुरभि, डॉक्टर रामवीर सिंह, दुष्यंत कुमार ,अंशिका शर्मा, इशिका शर्मा ,मनस्वी शर्मा ,दीपा रानी ,डॉ जीत सिंह तोमर, कविन्द्र बालियान,राजीव रघुवंशी, डॉक्टर अक्षयकुमार,आदर्श कुमार आदि काफी संख्या में गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ आशीष मिश्रा ने की। सरस्वती वंदना डॉक्टर शारदा मिश्रा एवं पुत्री सानवी मिश्रा ने प्रस्तुत की। इस अवसर पर पूर्व प्रशिक्षणार्थियों को डिप्लोमा प्रमाण पत्र देकर मुख्य अतिथि के द्वारा सम्मानित किया गया। अंत में योग प्रशिक्षक योगाचार्य सुरेंद्र पाल सिंह आर्य ने सभी का आभार और धन्यवाद व्यक्त किया। अध्यक्ष डॉ आशीष मिश्रा ने कहा कि योग जीवन पर्यंत सतत प्रक्रिया है । इससे साधक का मोक्ष का मार्ग प्रशस्त होता है। उन्होंने सभी से आव्हान किया योग को अपने जीवन का नित्य कर्म बनाएं। अंत में प्रसाद वितरण के उपरांत शांति पाठ से कार्यक्रम का समापन हुआ।