मुजफ्फरनगर। श्रीराम ग्रुप ऑफ कालेजेज के सभागार में ’’भारत में अपशिष्ट जल प्रबन्धन टीएसएस प्रौद्योगिकी के पायलट प्रोजेक्ट के विषय पर एक इंटरनेशनल सेमिनार का आयोजन किया गया। जिसका मुख्य उददेश्य श्रीराम ग्रुप ऑफ कालेजेज में चल रहे अपशिष्ट जल संयत्र को मुजफ्फरनगर पालिका बोर्ड को सौपना रहा। सेमिनार की शुरूआत श्रीराम ग्रुप ऑफ कालिजेज के संस्थापक चेयरमैन डा0 एस0सी0 कुलश्रेष्ठ एवं जापान से आये हीरो यूकी मिहारा, यसूहीरो माल्सूमोटो, हीरोशी यामा नूची, केनीची तमूरा, कोइची ओग्यू, निदेशक, जेट्रो, टाकू हीरोकी तारा, नई दिल्ली, सुमन मैती तथा स्टुअर्ट कोनरली, राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) उ0प0 सरकार, कपिल देव अग्रवाल, जिलाधिकारी मुजफ्फरनगर, अरविंद मल्लपा बंगारी, अध्यक्षा नगरपालिका परिषद, मुजफ्फरनगर मीनाक्षी स्वरूप, ट्रस्टी, मुजफ्फरनगर मेडिकल कॉलेज, गौरव स्वरूप, द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्जवलित कर की गई।
इस अवसर पर हीरो यूकी मिहारा, प्रबंधकीय निदेशक ताइसई कोग्यू कम्पनी लिमिटिड द्वारा बताया गया कि उन्होंने किस प्रकार से कम्पनी की शुरूआत की। उन्होंने भारत में अपने पहले प्रोजेक्ट जो वाराणसी में स्थापति है के बारे में विस्तार से बताया कि किस प्रकार से यह प्रोजेक्ट अपशिष्ट जल को शु़द्व जल में परिवर्तित करने में मूल्यवान सिद्व हुआ है। उन्होंने बताया कि इस तरह के प्रोजेक्ट श्रीराम ग्रुप आफ कालिजेज, मुजफ्फरनगर में मिली सफलता के बाद देश के अलग- अलग स्थानो पर लगाये जाने का प्रस्ताव है। उन्होंने यह भी बताया कि भारत की जरूरत के अनुसार भविष्य में इसको अपग्रेड किया जायेगा।
इस अवसर पर स्टुअर्ट कोनरली, प्रबंधन ई स्क्वायर ने कम्पनी और प्रोजेक्ट के बारे में डायग्राम के द्वारा विस्तार से बताया। उन्होने वाराणसी के प्रोजेक्ट के सफलता के बारे में भी विस्तार से बताया। कम्पनी इन प्रोजेक्ट की सफलता के द्वारा अपने बिजनेस का विस्तार करना चाहती है तथा भारत की महिलाओं को इस माध्यम से रोजगार प्रदान कर उन्हें आत्मनिर्भर बनाना चाहती है।
इस अवसर पर अकीरा मोरिटो, वरिष्ठ सलाहकार, जापान इनवोरमेंटर सेनिटेशन संेटर ने वर्चुअली प्रजेंटेंशन के माध्यम से बताया कि किस तरह अपशिष्ट जल को शुद्व जल में परिवर्तित किया जाता है।
इस अवसर पर राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) उ0 प्र0 सरकार ने कहा कि मुजफ्फरनगर के दूसरे महाविद्यालय को भी श्रीराम ग्रुप आफ कॉलेजेज की तर्ज पर इस तकनीकी को अपनाना चाहिये। इस संबंध में आगे बोलते हुये उन्होंने कहा कि पर्यावरण संबंधी समस्याएं को खत्म करने के लिये हमें सकारात्मक सोच के साथ आगे बढना होगा। इस अवसर पर अरविंद मल्लप्पा बंगारी, जिलाधिकारी मुजफ्फरनगर ने इस प्रोजेक्ट की सराहना की और कहा कि जल प्रदूषण खतरनाक है और यह तकनीकी जल प्रदूषण को नियंत्रित करने में सहायक है। उन्होंने बताया कि मुजफ्फरनगर की दो बडी नदियॉं हिंडन नदी और काली नदी का पानी काफी मात्रा में दूषित हो चुका है। जापान की इस तकनीकी के माध्यम से दोनो नदियो का जल शुद्व किया जा सकता है।
इस अवसर पर मीनाक्षी स्वरूप, अध्यक्षा नगरपालिका, मुजफ्फरनगर ने बताया कि उनके विभाग द्वारा मुजफ्फरनगर के सार्वजनिक शौचालयों का निरीक्षण किया गया है। शीघ्र ही जापान की इस तकनीकी द्वारा सार्वजनिक शौचालयों के अपशिष्ट जल को शु़द्व करने का कार्य शुरू किया जायेगा।
इस अवसर पर श्रीराम ग्रुप आफ कालिजेज के संस्थापक चेयरमैन डा0 एससी कुलश्रेष्ठ ने जापान से आये सभी प्रतिनिधि मंडलो का स्वागत किया और हीरो यूकी मिहारा, प्रबंधकीय निदेशक ताईसाई कोग्यू की प्रशंसा करते हुये कहा कि जिस तरह से इतनी बडी कम्पनी के निदेशक होकर जमीन स्तर से कार्य करते है वह प्रेरणादायक है। उन्होंने कहा कि इस तकनीक के माध्यम 98 प्रतिशत तक जल को शुद्व किया जा सकता है जिसका उपयोग सिचाई में भी किया जा सकता है।
इस अवसर पर कार्यक्रम के अंत में श्रीराम ग्रुप आफ कालिजेज के चेयरमैन डा0 एससी कुलश्रेष्ठ तथा जापान से आये हुये प्रतिनिधि मंडलों ने मिलकर इस तकनीक को नगरपालिका अध्यक्षा मीनाक्षी स्वरूप को सौपा। इसके पश्चात नगरपालिका अध्यक्षा मीनाक्षी स्वरूप ने इस तकनीक को देख-रेख के लिये श्रीराम ग्रुप आफ कालिजेज के चेयरमैन डा0 एससी कुलश्रेष्ठ को सौप दिया।
इस अवसर पर श्रीराम कालेज की प्राचार्या डा0 प्रेरणा मित्तल, निदेशक डा0 अशोक कुमार, रवि गौतम, डा0 विनीत कुमार शर्मा, डीन प्रबंधन सौरभ मित्तल, निशांत राठी, पूजा तोमर, अमित त्यागी, श्रीराम कॉलेज आफ फार्मेसी के निदेशक डॉ0 गिरेन्द्र गौतम, निशांक जैन, नीरज केडिया, प्रबन्ध निदेषक, चक्रधर कैमिकल्स प्रा0 लि0, मुजफ्फरनगर, कुषपुरी, स्टेट कन्वीनर, लघु उद्योग प्रकोष्ठ, बी0जे0पी0, उ0प्र0, विपुल भटनागर, चेयरमेन, आई0आई0ए0, मुजफ्फरनगर चैप्टर, ज्ञानी गुरूवचन सिंह, सामाजिक कार्यकर्ता आदि उपस्थित रहे।