एस0डी0कॉलेज ऑफ कॉमर्स, मुजफ्फरनगर के सभागार में आज एक्टीविटी क्लब, एम0एस0सी0 (फुड एण्ड न्यूट्रीशन), बी0एस0सी0(गृहविज्ञान) एवं ’’आन्तरिक गुणवत्ता एवं सुनश्चयन प्रकोष्ठ’’ (IQAC) के तत्वाधान में "Salad Decoration" (सलाद सज्जा)ष्’ प्रतियोगिता का अयोजन किया गया। प्रतियोगिता का शुभारम्भ महाविद्यालय के प्राचार्य डा0 सचिन गोयल, डा0 नवनीत वर्मा (डीन, स्टूडेंट वेलफेयर) व एक्टीविटी क्लब के सदस्य डा0 मोनिका रूहेला, डा0 नवेद अख्तर, श्रीमति डा0 मानसी अरोरा, श्रीमति गरिमा कंसल व श्रीमति अंजु कुमारी द्वारा माँ सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्जवलित कर किया गया। प्रतियोगिता में वैष्णवी, दीपा, वाणी सिंघल, महक, आचंल, रिया गर्ग, शाजिया रहबर, विदुषी, आंचल रानी, अंजली, आयुषी, सायमा, मनीषा पाल, नीशा रानी, अदीबा, मोनी, शालु, सृष्टी व सफिया अंसारी आदि ने प्रतिभाग किया। जिसमें प्रतिभागी छात्राओं द्वारा स्लाद को भिन्न-भिन्न तरीको से काटकर व परोसने के नये-नये तरीको से प्लेट में सजाया।
प्रतियोगिता में प्रथम स्थान पर वैष्णवी (गृहविज्ञान) व निशा रानी (गृहविज्ञान) द्वितीय स्थान पर तथा तीसरे स्थान पर अदिबा (एम0एस0सी0 (फुड एण्ड न्यूट्रीशन)) व प्रथम सांत्वना पुरूस्कार विदुषी व अंजली तथा द्वितीय सांत्वाना पुरूस्कार सायमा को मिला। प्रतियोगिता में निर्णायक की भूमिका में श्रीमति गगन प्रीत कौर व मिस आशा रही एवं प्रतियोगिता का संचालन कुमारी पिंकी ने किया। डा0 अपर्णा शर्मा ने बताया कि आहार में सलाद का एक महत्वपूर्ण योगदान है साथ ही हमार डायनिंग टेबल की सुन्दरता में चार चाँद लगाने के लिए सलाद सज्जा का एक बहुत बडा योगदान है। सलाद के द्वारा हमारे शरीर में विभिन्न पोषक तत्वों (Vitamin, Minerals) की पूर्ति की जा सकती हैं। खाने से पहले सलाद का सेवन करना महत्वपूर्ण माना गया है जबकि समय की व्यस्ता में इसको नजरअंदाज कर रहें है।
अन्त मंे महाविद्यालय के प्राचार्य डा0 सचिन गोयल ने सभी प्रतिभागियों तथा शिक्षकों का आभार व्यक्त किया और कहा कि सलाद के नियमित सेवन से हमारा स्वास्थ्य तथा शरीर की आंतरिक प्रणाली मजबूत होती है तथा सलाद के उचित सेवन से हमारी पाचन शक्ति बढ़ती है। इसके नियमित सेवन से हमें कैंसर, हृदय रोग, हीट स्ट्रोक एवं उच्च रक्तचाप जैसी बीमारियों से लड़ने की क्षमता मिलती है। प्रतियोगिता को सफल बनाने में डा0 अनामिका वर्मा, डा0 अपर्णा शर्मा, नीतू शर्मा, अंजु कुमारी, शिवांगी वशिष्ठ, डा0 आयशा जमाल, पिंकी व कृष्ण कुमार आदि का सहयोग रहा।