Saturday, December 21, 2019

केंद्रीय राज्यमंत्री की फटकार के बाद दौड़ा पुलिस-प्रशासन

मुजफ्फरनगर, जेएनएन। केंद्रीय राज्यमंत्री डा. संजीव बालियान का काफिला शुक्रवार को दिनभर की सड़कों पर दौड़ता रहा। महावीर चौक पहुंचे राज्यमंत्री ने शहर के माहौल को देख अधिकारियों को फटकार लगाई। केंद्रीय मंत्री की फटकार के बाद अधिकारी खुद भी दौड़े और भीड़ को भी दौड़ाया। शिव चौक पर पहुंचकर उन्होंने व्यापारियों से दुकानें खोलने का आह्वान किया। पुलिसबल की कमी को देखते हुए राज्यमंत्री ने एडीजी से बात कर हालात से वाकिफ कराया। इसके बाद फोर्स लेकर पहुंचे एडीजी और डीआइजी के पहुंचने पर हालात काबू हो सके।


शुक्रवार दोपहर बाद केंद्रीय राज्यमंत्री डा. संजीव बालियान को टाउनहाल में चल रही श्रीराम कथा में पहुंचना था। इससे वह महावीर चौक पर एकत्र भीड़ को देखकर रुक गए और अफसरों से वार्ता की। इसके बाद अधिकारियों को भीड़ को नियंत्रण करने और माहौल को पूरी तरह शांत बनाए रखने निर्देश दिए। वहां से वह आगे बढ़ गए। बाद में केंद्रीय राज्यमंत्री शिव चौक पर पहुंचे। यहां दुकानों को बंद देखकर उन्होंने व्यापारियों से प्रतिष्ठान खोलने के लिए कहा। इस दौरान उन्होंने दुकानें बंद करने का कारण पूछा और अधिकारियों को भी मौके पर बुलाकर बातचीत की। यहां मंत्री को बताया कि मीनाक्षी चौक पर बवाल मचाया गया है। इस पर उन्होंने अधिकारियों को फटकार लगाई। पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों को जमकर हड़काया और उपद्रव होने पर क्लास ली। इसके बाद उन्होंने एडीजी प्रशांत कुमार से फोन पर वार्ता की और जनपद में अतिरिक्त फोर्स भेजने के लिए कहा। इसके बाद वह वहां से चले गए। मुख्यमंत्री-डीजीपी ने मंत्रीपद का हवाला दे लौटने को कहा


सूत्रों के मुताबिक, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और डीजीपी ओपी सिंह शहर में भड़की हिसा को लेकर फोन पर अफसरों और नेताओं से हालातों को जायजा लिया। अधिकारियों को मामले पर पूरी सख्ती और बलवाइयों की धरपकड़ के निर्देश दिए हैं। इस दौरान अफसरों ने राज्यमंत्री के सड़कों पर होने की जानकारी उन्हें दी। सूत्रों की माने तो मुख्यमंत्री और डीजीपी ने केंद्रीय राज्यमंत्री होने का हवाला देते हुए डा. संजीव बालियान को वापस लौटने को कहा। यह बोले केंद्रीय राज्यमंत्री..


क ंद्रीय राज्यमंत्री डा. संजीव बालियान ने कहा कि सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। अधिकारियों को बलवाईयों, उन्मादियों को चिह्नित करने के निर्देश दिए गए हैं। अधिकारियों से घटनाक्रम की जानकारी ली गई है। शहर में यह हालात क्यों और किस तरह बने है। इसकी जांच कराएंगे। शहर का माहौल नहीं बिगड़ने दिया जाएगा। ऐसी हरकत करने वालों से सख्ती से निपटा जाएगा।


उन्माद का था पूरा अंदेशा. इंतजामात थे आधे-अधूरे

मुजफ्फरनगर, जेएनएन। आला पुलिस-प्रशासनिक अफसरों को जिले में अप्रिय घटना का अंदेशा पूरा था, मगर इंतजाम अधूरे रह गए। कई दिनों से सायरन बजाती घूम रहीं गाड़ियां और चौराहों पर कदमताल करती पुलिस शुक्रवार को उन्मादी भीड़ के सामने कागजी साबित हुई। जुमे की नमाज के बाद भीड़ जुटी तो पत्थरबाजी होने से भगदड़ मच गई। पहले पुलिस फोर्स ने भीड़ को दौड़ा लिया और उन्हें दूर तक खदेड़ दिया। इसके बाद इकट्ठा हुई भीड़ के आगे पुलिस नतमस्तक हो गई। सुबह ही क्षेत्रों में मजिस्ट्रेटों की ड्यूटी लगाई गई, लेकिन अधिकारी भीड़ को रोकने में नाकाम रहे। सरकारी तंत्र माहौल को नहीं समझ पाया, जिस कारण हालात बिगड़ना शुरू हुए।


नागरिकता संशोधन कानून के विरोध को लेकर पुलिस-प्रशासन चौकन्ना था, लेकिन उसके बाद भी व्यवस्थाओं को पूरी तरह मुक्कमल नहीं किया गया। एहतियातन और भीड को क्षेत्र में रोकने की पॉलिसी विफल साबित हुई। प्रशासन ने जिले के तमाम अधिकारियों की सेक्टर मजिस्ट्रेट के रूप में ड्यूटी लगाई। समकक्ष पुलिस अफसर को साथ लगाया गया। बावजूद इसके यह अधिकारी माहौल भांपने में चूक कर गए। इस भीड़ का पहले से कोई कार्यक्रम तय नहीं था, उसके बाद भी इसे रोका नहीं गया। विरोध जताने मीनाक्षी चौक पर बढ़ रही भीड़ ने पत्थरबाजी की। उसे नियंत्रण कर फिर से इकट्ठा होने का मौका दिया गया। मीनाक्षी चौक को भीड़ ने अपना पिक-अप प्वाइंट बनाया। यहां कच्ची सड़क, मदनी चौक, सूजडू, खालापार, लद्दावाला के साथ शहरभर से भीड़ एकत्र हो गई। दोपहर तक माहौल शांत रहा है, उसके बाद भीड़ बेकाबू हो गई। हाथों मे तख्तियां लेकर आए युवा और बच्चों ने मौका पाते ही पत्थर उठा लिए और बरसाना शुरू कर दिया। सबकुछ इतनी जल्दी हुआ कि पुलिस-प्रशासन को संभलने का मौका तक नहीं मिल सका। लगभग डेढ़ घंटे तक उन्मादी भीड़ ने मीनाक्षी चौक और आर्य समाज रोड के साथ आधे शहर पर कब्जा किए रखा। भीड़ जिधर को दौड़ती गई, वहीं दहशत पसर गई। मुहं पर रूमाल बांधे और टूट पड़ी भीड़ पुलिस भले ही अधूरे इंतजाम से खड़ी थी, लेकिन भीड़ साजो-सामान के साथ पहुंची थी। नारेबाजी खत्म होते-होते उपद्रवियों ने चेहरों पर रूमाल बांध लिया। इसके बाद तेजी के साथ पुलिस के वाहनों का निशाना बनाया। मीनाक्षी चौक पर एकमात्र पुलिस का वाहन था, जिनमें इक्का-दुक्का पुलिस के जवान सवार थे। इस्लामिया इंटर कॉलेज से भीड़ को वापस करते समय पर्याप्त संसाधन नहीं अपनाए गए। पुलिस को खाली हाथ देखकर उन्मादियों का मनोबल बढ़ा और हालात बेकाबू होते चले गए।


Friday, December 20, 2019

स्वास्थ्य की बुनियादी सुविधाओं से दूर महिलाएं

मुजफ्फरनगर, जेएनएन । महिलाएं पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही है, लेकिन चिकित्सा की बुनियादी सुविधाओं से जनपद में आज भी वें दूर हैं। जिला महिला चिकित्सालय सहित जनपद के सीएचसी-पीएचसी पर उन्हें सेवाएं प्रदान करने को बिल्डिंगों पर तो रुपया खर्च किया जा रहा है। परंतु वहां मिलने वाले विशेषज्ञ डॉक्टरों की सुविधाओं को प्राप्त करने से महिलाएं वंचित हैं। अस्पताल में डिलीवरी का आंकड़ा प्रतिमाह 1000 तक पहुंच रहा है, जिन्हें करने के लिए महिला डॉक्टरों को कई गुणा कार्य करना पड़ रहा है।


जनपद में महिलाओं की संख्या 15 लाख से ऊपर है। महिलाओं को चिकित्सा सुविधाएं देने के लिए शासन सहित जनपद स्तर से खूब प्रयास किए जाते हैं। इसके बाद भी महिलाओं को पर्याप्त सुविधाओं से दूर रहने की नौबत झेलनी पड़ती है। एक तरफ महिला चिकित्सकों को जिला महिला अस्पताल में चिकित्सकों की तैनाती के अभाव में काम का दबाव झेलना पड़ रहा है तो वहीं दूसरी और डिलीवरी के लिए वहां पहुंच रही गर्भवतियों को भी विशेषज्ञ डॉक्टरों से मिलने वाले परामर्श और सुविधाओं से वंचित रहना पड़ता है। जिला महिला अस्पताल में तीन गाइनिकोलॉजीस्ट सहित चार ईएमओ और सर्जन की डिमांड शासन को कई वर्षाें से सीएमएस भेज रही हैं, लेकिन परिणाम शून्य है। इस वक्त 100 बेड वाले जिला महिला अस्पताल में सर्जन की जिम्मेदारी सीएमएस पर होने के साथ छह गाइनिकोलॉजिस्ट, एक विशेषज्ञ, तीन एमबीबीएस और दो ईएमओ से काम चलाया जा रहा है, जो प्रतिमाह 1000 तक डिलीवरी समेत अन्य कार्य को पूरा कर रही हैं। डिलीवरी ज्यादा, चिकित्सक कम


सीएमएस डा. अमिता गर्ग बताती हैं कि मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया के नियमों के हिसाब से अस्पताल में प्रतिमाह 500 से अधिक महिलाओं की डिलीवरी होने पर कम से कम चार ईएमओ, चार विशेषज्ञ चिकित्सक के साथ तीन एमबीबीएस चिकित्सक होने अनिवार्य है, लेकिन जिला महिला अस्पताल में प्रतिमाह होने वाली डिलीवरी का आंकड़ा 600 से 1000 के बीच पहुंच रहा हैं। इससे साफ है कि अस्पताल में तैनात चिकित्सकों पर मरीजों का तीन से चार गुना तक भार बढ़ा हुआ है। जनपद की सीएचसी-सीएचसी सर्जन विहीन


जनपद में नौ सीएचसी और 44 पीएचसी महिलाओं की बुनियादी सुविधाओं से पूरी तरह वंचित है। किसी भी केंद्र पर स्त्री रोग विशेषज्ञ के साथ सर्जन तक नहीं है। यदि किसी महिला को सीजेरियन डिलीवरी की जरुरत पड़ती हैं, तो उन्हें जिला महिला अस्पताल की तरफ ही दौड़ना पड़ता है। आंकड़ों पर एक नजर


Wednesday, December 18, 2019

पॉलीथिन-प्लास्टिक मुक्ति को पहल करें : अंजू

मुजफ्फरनगर, जेएनएन। प्लास्टिक मुक्त भारत अभियान के तहत पालिका प्रागंण में इको बैग एवं पुरस्कार वितरण समारोह का आयोजन किया। मुख्य अतिथि चेयरपर्सन अंजू अग्रवाल ने कहा कि सामूहिक रूप से पहल करने पर ही पॉलीथिन, प्लास्टिक का प्रयोग रुकेगा। बच्चों को कपड़े और कागज के थैलों का प्रयोग करने के लिए प्रेरित किया गया। इस दौरान बच्चों की ओर से बनाए गए थैलों की प्रदर्शनी लगाई गई।


स्वच्छ भारत मिशन के जिला कार्यक्रम अधिकारी सरदार बलजीत सिंह ने कहा कि जन सहभागिता के जरिए से ही स्वच्छता मिशन में कामयाबी मिलेगी। प्रत्येक नागरिक अपनी जिम्मेदारी को समझें और इसके लिए पहल करें। पॉलीथिन, प्लास्टिक और थर्माकोल के प्रयोग से नाली-नाले चोक हो रहे हैं। यह गलते नहीं है, जिस कारण पर्यावरण को भी नुकसान पहुंच रहा है। इसके बाद विभिन्न सामाजिक संस्थाओं के पदाधिकारियों, चेयरपर्सन अंजू अग्रवाल, ईओ विनय कुमार मणि आदि ने ईको बैग प्रदर्शनी का अवलोकन किया। यूनिसेफ की डा. तरन्नुम सिद्दीकी ने कहा कि यदि हम अपने-अपने क्षेत्रों की जिम्मेदारी ले ले तो स्वच्छ भारत मिशन का सपना साकार हो सकेगा। कार्यक्रम में डा. एनएच जैदी, गौहर सिद्दीकी, सरदार सतनाम सिंह हंसपाल ,संदीप मित्तल का सहयोग रहा। कार्यक्रम में स्वच्छता सर्वेक्षण 2020 के लिए समर्थ प्रकाश, नीतीश राज गर्ग, गौहर सिद्दीकी, सतनाम सिंह हंसपाल, अनुराग सिघल को ब्राड अंबेसडर बनाया गया। कार्यक्रम का संचालन एम.शहबाज ने किया। सभासदों ने जताया विरोध, सभा की


बढ़ाई गई सुरक्षा व्यवस्था.. अलर्ट मोड पर पुलिस

मुजफ्फरनगर, जेएनएन। नागरिकता संशोधन कानून अमल में आने के बाद जिला पुलिस व प्रशासनिक अमला अलर्ट मोड पर है। मंगलवार को डीएम व एसएसपी ने शहर में घूमकर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। इसके साथ ही शहर के मुख्य चौराहों तथा मार्गों पर अतिरिक्त सुरक्षा कर्मियों की तैनाती भी कर दी गई।


नागरिकता संशोधन कानून पारित होने के बाद जनपद में पुलिस प्रशासन अलर्ट मोड पर है। पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी जनपद के जिम्मेदार लोगों के साथ बैठक कर किसी भी हालात में शांति बनाए रखने की अपील कर रहे हैं। अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि सुरक्षा व्यवस्था से खिलवाड़ करने वालों को सीधे जेल का रास्ता दिखाया जाएगा। मंगलवार को डीएम सेल्वा कुमारी जे व एसएसपी अभिषेक यादव ने स्वयं सड़को पर उतरकर सुरक्षा का जायजा लिया। सुरक्षा के मद्देनजर जनपद में पांच कंपनी पीएसी तैनात कर दी गई। शहर के संवेदनशील क्षेत्रों सहित शिव मूर्ति चौराहा, मीनाक्षी चौक, अस्पताल तिराहा सहित प्रकाश चौक तथा महावीर चौक व फक्करशाह चौक आदि क्षेत्रों में रिजर्व पुलिस फोर्स तैनात किया गया है। इसके अलावा जो पुलिसकर्मी पूर्व में छुट्टी लेकर गए हुए थे उन्हें भी वापस बुलाया जा रहा है। एसएसपी ने सोशल मीडिया पर अनर्गल टिप्पणी करने वालों के विरुद्ध सख्ती से निपटने का आदेश भी जारी किया है।


नागरिकता संशोधन कानून पर सपा को ऐतराज

मुजफ्फरनगर, जेएनएन। नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में समाजवादी पार्टी विरोध में उतर आई है। मंगलवार को डीएम कार्यालय पर सपाईयों ने प्रदर्शन किया। इस दौरान राष्ट्रपति के नाम एडीएम प्रशासन को ज्ञापन सौंपा गया है।


जिलाध्यक्ष प्रमोद त्यागी के नेतृत्व में कार्यकर्ता डीएम कार्यालय पर एकत्र हुए। इसके बाद यहां पर प्रदर्शन किया गया। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने नागरिकता संशोधन कानून बनाकर देश और समाज को बांटने की साजिश की है। यह केंद्र सरकार की भ्रमित करने की राजनीति का हिस्सा है, ताकि जनता का ध्यान मूल मुददों से भटक जाए। उन्होंने कहा कि देश में आर्थिक मंदी जैसे मुद्दे पर सरकार कुछ करने को तैयार नहीं है। यह कानून लोकतंत्र की मूल भावना के खिलाफ है। सपा पड़ोसी देशों के ऐसे अल्पसंख्यक जिन्हें धर्म के नाम पर प्रताड़ित किया गया है, उन्हें नागरिकता देने के खिलाफ नहीं है। लेकिन यह कानून देश के अल्पसंख्यकों में भय पैदा करने वाला तथा संविधान को कुचलने वाला है। इसके बाद कार्यकर्ताओं ने एडीएम प्रशासन अमित सिंह को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंप कर कानून को वापस लिए जाने की मांग की है। गौरव जैन, उमेश त्यागी, ब्रिजेश कुमार, रजत त्यागी, जिया चौधरी, जर्नाधन विश्वकर्मा, सचिन अग्रवाल, सोमपाल सिंह, विजय आदि मौजूद रहे।


फेसबुक पर आपत्तिजनक पोस्ट करने वाले सपा लोहिया वाहिनी के पूर्व जिलाध्यक्ष साजिद हसन गिरफ्तार

मुजफ्फरनगर, जेएनएन। नागरिकता संशोधन कानून पास होने के बाद सपा लोहिया वाहिनी के पूर्व जिला अध्यक्ष साजिद हसन निवासी सुभाष नगर नई मंडी कोतवाली क्षेत्र ने अपने फेसबुक अकाउंट पर आपत्तिजनक पोस्ट की थी। शिकायत पर गंभीरता से संज्ञान लेते हुए एसएसपी के आदेश पर थाना सिविल लाइन क्षेत्र में साजिद हसन के विरूद्ध गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया गया था। थाना सिविल लाइन पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर साजिद हसन की तलाश में विभिन्न स्थानों पर दबिश दी। थाना सिविल लाइन प्रभारी समय पाल अत्रि ने बताया कि बुधवार सुबह 11:00 बजे के करीब सरवट फाटक पर एक स्थान पर दबिश देकर आरोपी साजिद हसन को गिरफ्तार कर लिया गया।


Thursday, December 5, 2019

कांग्रसी बोले-किसानों की समस्याओं का निदान हो

मुजफ्फरनगर, जेएनएन। किसानों की विभिन्न समस्याओं को लेकर मंगलवार को कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने कलक्ट्रेट में प्रदर्शन किया। जुलूस के रूप में डीएम कार्यालय पर पहुंचे कांग्रेसियों ने राज्य सरकार पर किसान विरोधी मानसिकता का आरोप लगाते हुए राज्यपाल के नाम ज्ञापन प्रशासनिक अधिकारी को सौंपा।


जिला कांग्रेस कमेटी के बैनर तले किसानों की विभिन्न समस्याओं लेकर कलक्ट्रेट में प्रदर्शन के लिए कार्यकर्ता टाउनहाल मैदान में एकत्रित हुए। नारेबाजी करते हुए जुलूस के रूप में सभी डीएम दफ्तर पहुंचे। वहां उन्होंने राज्य सरकार पर किसान विरोधी नीति के तहत कार्य करने के आरोप लगाया। वहीं राज्यपाल के नाम प्रशानिक अधिकारी को ज्ञापन दिया। इसमें कहा गया कि किसानों की समस्याओं की ओर से राज्य सरकार आंखें बन्द कर बैठी हुई है। राज्य सरकार की अनदेखी के कारण किसान अनेक समस्याओं से घिरा हुआ है। किसानों को आज अनेक पाबंदियों के बीच परेशान किया जा रहा है। उनपर पुराली जलाने पर मुकदमा दर्ज किया जा रहा है। किसा आर्थिक संकटों से घिर चुका है, जिस कारण उनके बच्चों शिक्षा भी अच्छी नहीं कर पा रहे हैं। मांग की गई कि गन्ने की फसल पर बढ़ती लागत को ²ष्टिगत रखते हुए मूल्य 450 रुपये प्रति कुन्तल हो, पराली जलाने पर किसानों पर दर्ज मुकदमे वापस हो। गन्ना किसानों को पर्ची वितरण में भेदभाव और गन्ना केन्द्रों पर तौल में घटतौली के मामलों को रुकवाया जाए। इसके अलावा अन्य मांग की गई। प्रदर्शन में मुख्य रूप से जिलाध्यक्ष हरेन्द्र त्यागी, ममनून अंसारी, रिजवान सिद्दीकी, जुनेद रऊफ, वारिस राजा, बिलकीस चौधरी, योगेश शर्मा, गुफरान काजमी, धीरज महेश्वरी, आदि कार्यकर्ता मौजूद रहे।


टेंपो के पीछे लटका 'भविष्य'..फोटो वायरल

मुजफ्फरनगर, जेएनएन। मोरना क्षेत्र में डग्गामार वाहन संचालकों की लापरवाही के कारण छोटे-छोटे बच्चे वाहनों पर लटककर स्कूल आते-जाते हैं। स्वभाविक है कि ऐसे में किसी भी समय दुर्घटना होने की आशंका बनी रहती है। बुधवार को सोशल मीडिया पर टेंपो के पीछे जान जोखिम में डालकर लटके बच्चों का एक फोटो वायरल हुआ। ग्रामीणों ने एसएसपी से डग्गामार वाहनों के संचालकों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।


भोपा थाना क्षेत्र में मोरना से भोकरहेड़ी, शुकतीर्थ, बिहारगढ़ आदि मार्गों पर भारी संख्या में डग्गामार वाहनों का संचालन हो रहा है। छोटे छोटे बच्चे टेंपो आदि के इधर उधर लटक कर स्कूल जाते हैं। इसके चलते किसी भी समय दुर्घटना होने की आशंका बनी रहती है। बुधवार को मोरना-शुकतीर्थ मार्ग पर टेंपो के पीछे लटक कर स्कूल जा रहे छात्रों का फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। इसमें पीठ पर भारी बस्ता लादे अपनी सुरक्षा से बेपरवाह छात्र किसी प्रकार टेंपो पर लटके खड़े हैं। जरा सी चूक किसी भी बड़ी दुर्घटना को कब निमंत्रण दे दें, इसका एहसास भी अकल्पनीय है। वहीं, कुछ लोगों का कहना है कि डग्गामार वाहनों के संचालक व्यक्तियों को सीट पर बैठाकर ले जाते हैं और छोटे-छोटे बच्चों को वाहनों के बाहर खड़े करते है। यह हाल तब है जबकि यातायात सुरक्षा को लेकर आए दिन स्कूल-कॉलेजों में जनजागरूकता के कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। ग्रामीणों ने एसएसपी से डग्गामार वाहनों के संचालकों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।


Monday, December 2, 2019

गैस वैल्डिंग के कारण गली 7 योगेन्द्रपुरी मौत के साए में जी रहे हैं लाे ग

मुजफ्फरनगर। जहाँ एक ओर सरकार कई तरह के अभियान जैसे स्वच्छता, वायु प्रदूषण एवं ध्वनि प्रदूषण मुक्ति पर करोड़ो रूपया खर्च करके एक स्वच्छ एवं स्वस्थ भारत बनो का सपना साकार करने जा रही है वहीं कुछ लोग इस अभियान में रूकावट पैदा कर रहे हैं।
प्राप्त समाचार के अनुसार थाना कोतवाली क्षेत्र के मौहल्ला योगेन्द्रपुरी में गली नं0 7 ब में अवैध रूप से अब्दुल वहीद अपने घर पर अलमारी बनाने का कारखाना लगा रखा है, जिससे आस-पास के लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। अलमारी बनाने के साथ-साथ कम्प्रेशर द्वारा पेन्ट भी किया जाता है तथा गैस वैल्डिंग का प्रयोग भी किया जाता है। जिससे मौहल्ले में रहने वाले लोगों को भय लगा रहता है क्योंकि गैस वैल्डिंग की टंकी के फटने की घटना अक्सर सामने आती रहती है। ये कार्य एक रिहायशी इलाके में किया जा रहा है जो कि अवैध है।
स्थानीय लोगों द्वारा इसका विरोध किया जाता रहा है इस पर उक्त कारखाना मालिक अपने पुत्रों के साथ मिलकर लड़ाई-झगड़े पर उतारू हो जाता है।
जिलाधिकारी महोदय से जनहित में मांग की जाती है कि उपरोक्त काखाना वहाँ से बन्द कराया जाये तथा अब्दुल वही के खिलाफ कानूनी कार्यवाही की जाये।


कामकाजी महिला कोई दिक्कत होने पर112 नम्बर पर कॉल करें:एसएसपी

मुजफ्फरनगर। एसएसपी अभिषेक यादव ने जनपद की सभी कामकाजी महिलाओं से अनुरोध् किया है कि यदि रात में कहीं भी सुनसान जगह पर आपके वाहन में पंचर हो जाये अथवा पैट्रोल खत्म हो जाये या इससे अलग कोई भी समस्या उत्पन्न होती है, तो अंजान लोगों से मद्द न मांगे और तुरन्त पुलिस को 112 नम्बर पर कॉल करें। मुजफ्फरनगर पुलिस आपकी मद्द के लिए 24 घंटे तैयार है। एसएसपी ने किसी भी तरह की दिक्कत होने पर पुलिस से तत्काल सहायता लेने का अनुरोध् किया है।


मुस्लिम युवक द्वारा दान दी गई जमीन पर बनी गोशाला, जाने कहां का है मामला

मुजफ्फरनगर. विवादित रामजन्म भूमि- बाबरी मस्जिद पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के मुजफ्फरनगर (Muzaffarnagar) में हिन्दू- मुस्लिम एकता की मिसाल की एक बड़ी खबर सामने आई है. यहां पर एक मुस्लिम युवक ने सामाजिक सद्भाव की मिसाल पेश करते हुए एक गोशाला (Cow shed) और वृद्धाश्रम बनाने के लिए अपनी जमीन दान में दी थी, जिस पर गौशाला और वृद्धाश्रम का उद्घाटन कर दिया गया. प्रबंधक समिति के सचिव ने बताया कि पुजकाजी शहर के समीप खैखेरी रोड (Khaikheri Road) पर गोशाखा और वृद्धाश्रम दो बीघा जमीन पर बनाए जा चुके हैं. उन्होंने बताया कि यह जमीन कुछ साल पहले शरबत अली ने भेंट की थी. उन्होंने बताया कि रविवार को हनुमत धाम के महंत स्वामी केशवानंद महाराज ने गोशाला और वृद्धाश्रम का उद्घाटन किया.

बता दें कि बीते 26 जून को उत्तर प्रदेश के गोसाईंगंज में कौमी एकता की कुछ इसी तरह की मिसाल देखने को मिली थी. यहां हिंदुओं ने अपनी जमीन कब्रिस्तान के लिए मुस्लिमों के दान में दे दी थी. यह हिंदू-मुस्लिम भाइचारे की अनोखी मिसाल गोसाईंगंज विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत बेलारीखान गांव में देखने को मिली थी. यहां से बीजेपी विधायक इंद्रप्रताप तिवारी ने इसकी पहल की थी. यहां दोनों समुदायों के बीच दशकों से दुश्मनी की वजह बनी एक जमीन को कब्रिस्तान के लिए मुस्लिमों को दे दिया गया. 20 जून को स्थानीय संत सूर्य कुमार झींकन महाराज और अन्य आठ लोगों ने 1.25 विसवा जमीन की रजिस्ट्री कब्रिस्तान कमेटी के पक्ष में कराकर इस दुश्मनी को हमेशा के लिए खत्म कर दिया था.